December 22, 2025

मोदी-धामी के ‘स्वच्छ मिशन’ को काशीपुर में बाली ने दी रफ्तार — डस्टबिन बांटे, जनआंदोलन की रखी नींव!”

आरिफ खान की रिपोर्ट

काशीपुर-देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सोच को काशीपुर में जमीन पर उतारने का कार्य आज देखने को मिला। प्रधानमंत्री द्वारा शुरू किए गए स्वच्छ भारत मिशन और मुख्यमंत्री धामी की “स्वच्छ और स्वस्थ उत्तराखंड” की मुहिम को नई ऊर्जा देने का काम किया है काशीपुर के तेजतर्रार और जनसेवी महापौर दीपक बाली ने। आज उन्होंने एक अनोखी पहल करते हुए शहर के सभी दुकानदारों को निःशुल्क डस्टबिन वितरित किए और स्वच्छता के प्रति जिम्मेदारी निभाने की अपील की। काशीपुर नगर निगम की यह योजना सिर्फ एक सरकारी कार्यक्रम नहीं बल्कि जनसहभागिता का एक आदर्श उदाहरण है। दीपक बाली ने कहा कि जब तक हर दुकानदार, हर नागरिक अपने आसपास सफाई की जिम्मेदारी खुद नहीं लेगा, तब तक कोई भी योजना पूरी तरह सफल नहीं हो सकती। उन्होंने यह भी जोड़ा कि कई बार अभियान चलाए जाते हैं लेकिन कुछ ही दिनों में वो धूल में मिल जाते हैं। इसी को देखते हुए इस बार नगर निगम ने स्थायी समाधान की दिशा में कदम बढ़ाया है। शहर के बाजारों में जहां पहले दुकानों के आगे कूड़ा बिखरा रहता था, अब वहां पर डस्टबिन नजर आएंगे और सफाई व्यवस्था सुचारु होगी। बरसात के इस मौसम में जब कूड़े की वजह से जलभराव और बदबू की समस्याएं आम हो जाती हैं, ऐसे में यह पहल राहत की सांस देने वाली साबित होगी। इस कार्यक्रम की खास बात यह रही कि महापौर ने खुद दुकानदारों से संवाद किया, उन्हें डस्टबिन सौंपा और सफाई को लेकर जागरूक किया। भाजपा के विधायक त्रिलोक सिंह चीमा ने भी इस पहल की खुलकर सराहना की और कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री धामी की सोच को आगे बढ़ाने के लिए काशीपुर का यह प्रयास एक प्रेरणास्त्रोत बन सकता है। उन्होंने महापौर दीपक बाली की कार्यशैली की तारीफ करते हुए कहा कि जब स्थानीय नेतृत्व मजबूत और दूरदर्शी होता है, तो योजनाएं सिर्फ फाइलों में नहीं, ज़मीन पर दिखाई देती हैं। दीपक बाली की यह मुहिम निश्चित तौर पर काशीपुर को स्वच्छ, सुंदर और आदर्श शहर की श्रेणी में लाने में मील का पत्थर साबित होगी। इस अभियान को व्यापार मंडल, स्थानीय समाजसेवियों और भाजपा कार्यकर्ताओं का भी भरपूर समर्थन मिल रहा है। कुल मिलाकर, यह पहल सिर्फ डस्टबिन बांटने की नहीं, बल्कि एक सोच, एक दिशा और एक जनआंदोलन की शुरुआत है – जो प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की दूरदर्शी नीति का प्रत्यक्ष प्रमाण है।