काशीपुर :(आरिफ खान की रिपोर्ट)एक कहावत तो जरूर आपने सुनी होगी दूसरों के लिए गड्ढा खोदने वाले खुद उसमे गिरते हैं, इस कहावत का जीता जागता उदाहरण है,अधिशासी अभियंता काशीपुर अजीत कुमार यादव है,अजीत कुमार यादव ने अपने विभाग के अधिकारी के खिलाफ पत्र लिखकर तमाम आरोप लगाए थे विभाग से जांच की बात की थी मगर हुआ इसका उल्टा बल्कि अजीत कुमार यादव के खिलाफ जो शिकायती पत्र राज्य निर्वाचन आयोग उत्तराखंड को प्राप्त हुए थे,
2 अप्रैल 2024 को उत्तराखंड की सच्चाई ने खबर को प्रमुखता से चलाया था जनपद उधम सिंह नगर के काशीपुर विद्युत विभाग के अधिशासी अभियंता अजीत यादव पिछले 10 वर्षों से जनपद उधम सिंह नगर में ही तैनात है,आपको बताते चलें कि,आज एक्शन दिखा,उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी, उत्तराखंड के पत्र दिनांक 17 मार्च 2024 का हवाला देते हुए अजीत यादव अधिशासी अभियंता विद्युत वितरण खंड काशीपुर को तत्काल प्रभाव से स्थानान्तरित करते हुए सचिव ऊर्जा के कार्यालय में सम्बद्ध किया जाता है साथ ही श्री यादव को निर्देशित किया जाता है कि वह तत्काल अपनी योगदान आख्या सचिव ऊर्जा को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें, यदि श्री यादव द्वारा योगदान देने में किसी प्रकार की लापरवाही की जाती है तो उनके विरुद्ध निर्वाचन विभाग के नियमों के आलोक में कठोरतम विभागीय कार्रवाई सम्पादित की जाएगी,उपरोक्त आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होंगे श्री यादव की तैनाती के संबंध में पृथक से निर्णय लिया गया ऊर्जा विभाग उत्तराखंड शासन सचिव मीनाक्षी सुंदरम ने यह कार्यवाही की है,
मामला जनपद उधम सिंह नगर के काशीपुर से जुड़ा हुआ है जहां विद्युत विभाग के अधिशासी अभियंता अजीत यादव पिछले 10 वर्षों से जनपद उधम सिंह नगर में ही तैनात थे जिनकी शिकायत राज्य निर्वाचन अयोग उत्तराखंड व अल्पसंख्यक आयोग को लिखित रूप में दी गई हैं, शिकायती पत्र में लिखते हुए बताया की बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता काशीपुर अजीत कुमार यादव को जिले में 10 साल हो चुके है। वह जसपुर में ही करीब 4 साल रहे। इससे पहले वह बाजपुर भी रहे हैं अब काशीपुर में जनवरी 2022 से पोस्टेड है। माननीय मुख्य सचिव के पिछले दिनों किए गए आदेश जिले में 3 साल से डटे अफसरो का होगा तबादला का इन्होने अनुपालन नहीं किया है। कृपया संज्ञान लेने का कष्ट करें।,आज ऊर्जा विभाग ने संज्ञान लेते हुए तत्काल प्रभाव से स्थानान्तरित
करते हुए सचिव ऊर्जा के कार्यालय में संबंध किया है
अजीत यादव पर तो कार्रवाई हो गई लेकिन उनके सहयोगी अधिकारी और कर्मचारियों पर कब कार्यवाही होगी बड़ा सवाल?
ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि अजीत यादव पर तो कार्रवाई हो गई लेकिन उनके सहयोगी अधिकारी और कर्मचारियों पर कब कार्यवाही होगी?,अब देखने वाली बात होगी, विभाग क्या एक्शन लेता है, और किस-किस पर गाज गिरती है सूत्रों की माने तो देहरादून में बैठा हुआ ऊर्जा विभाग का बड़ा अधिकारी अजीत यादव को सपोर्ट करता है, शिकायतकर्ता का कहना है कि अजीत यादव कहते हैं मेरी ऊपर तक पकड़ है मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है, देहरादून विभाग में एक बहुत बड़ा अधिकारी मेरा रिश्तेदार है और जहां चाहता है मेरी पोस्टिंग कर देता है
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