देहरादून।कहते हैं ना इंसान की पहचान इंसानों के कर्मों से ही होती है कुछ इंसान है, अपने कर्मों से समाज के लिए अभिशाप होते हैं तो कुछ इंसान अपने कर्मों से अपनी पहचान बनाते हैं। ऐसे ही अपने कर्मों से अपनी पहचान बनाने वाले दीपक यादव ने एक बार फिर इंसानियत की मिसाल कायम की है।
जहां ठिटूरती ठंड में आसमान के नीचे सो रहे गरीब बेबस लोग को डीआईजी देहरादून एसएसपी के साथ गरम कंबल बांटकर ठंड से बचाने का प्रयास किया है। आपको बता दें की 23 दिसंबर 1996 में जन्मे दीपक यादव ने अपने मां-बाप को अपना प्रेरणा स्रोत मानकर लोगों की मदद करनी शुरू की बताया जाता है कि दीपक यादव के मां-बाप भी समाजसेवी है जो समय-समय पर लोगों की मदद करने के लिए आगे रहते हैं। मां बाप के अंदर ही लोगो मदद करने का जुनून था उसी को देखकर बड़े हुए और अपने मां-बाप की परवरिश को आगे बढ़ाते हुए दीपक यादव भी समय-समय पर जरूरतमंदों की मदद करते हुए दिखाई देते हैं दीपक रावत गृह मंत्रालय में भी कार्यरत रह चुके हैं। इतना ही नहीं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी RSS में प्रचारक के साथ-साथ अन्य पदों पर भी लेकर अपनी सेवाएं और संघ की नीतियों को आगे बढ़ाने का काम किया है, गृह मंत्रालय की ड्यूटी के दौरान जब भी वह छुट्टी लेकर काशीपुर आते तो सबसे पहले ब्लड बैंक में जाकर अपना ब्लड देकर जरूरतमंदों की जरूरत पूरी करते हैं दिखाई देते थे। दीपक यादव का कहना है कि उनके मां-बाप ने उनको लोगों की मदद करना ही सिखाया है मुझसे जैसे भी तन मन धन से जरूरतमंदों की मदद हो सकेगी मैं हर हाल में अपने भारतीय जरूरतमंदों की मदद के लिए आगे रहूंगा।
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