आरिफ खान की रिपोर्ट
काशीपुर के वार्ड नंबर 23 का चुनाव इस बार पूरी तरह से सुर्खियों में है। अफसाना, पत्नी खलील चौधरी, ने अपने चुनाव चिन्ह ‘पंखा’ के सहारे एक ऐसी लहर पैदा कर दी है, जो विरोधियों की नींद उड़ा रही है। उनकी सादगी और जनता के बीच उनकी पहुंच ने वार्ड के लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि इस बार बदलाव जरूरी है।वार्ड में परिवर्तन की लहर चल रही है,सालों से पुराने चेहरे को आजमा कर लोग थक चुके हैं,लोग अब नया चेहरा लाना चाहते हैं
पंखा बना ‘चेंज’ का सिंबल
अफसाना पत्नी खलील चौधरी की रैलियों और गली-गली जनसंपर्क अभियान ने उन्हें जनता के दिलों में जगह दिलाई है। उनके समर्थकों का कहना है, “हमारे वार्ड को ऐस नेता चाहिए, जो काम करने का दम रखती हो। अफसाना हमारी उम्मीद हैं।”
विरोधियों में मची हलचल
अफसाना पत्नी खलील चौधरी की बढ़ती लोकप्रियता से उनके विरोधी बुरी तरह से हड़बड़ा गए हैं। कोई नई रणनीति बनाने में जुटा है तो कोई जनता के बीच जाकर उन्हें समझाने की कोशिश कर रहा है। लेकिन ‘पंखा’ की हवा ने उनके सारे दांव कमजोर कर दिए हैं।
सीधी बात, सीधा असर
अफसाना पत्नी खलील चौधरी का जनता से सीधे जुड़ना और हर समस्या को समझने का उनका तरीका ही उन्हें खास बना रहा है। गली-गली जाकर वह लोगों से मिल रही हैं, उनकी परेशानियां सुन रही हैं और उनके समाधान का वादा कर रही हैं। यह जनता के दिलों को छू रहा है।
वार्ड वासियो का कहना है,भारी मतों से अफसाना पत्नी खलील चौधरी की जीत होगी
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