January 18, 2025

Uttarakhand Ki Sachchai

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दरगाह सिकंदर शाह बाबा का 41वां उर्स मुबारक: दरगाह पर लगी मन्नतों की बहार

काशीपुर-ग्राम बाबरखेड़ा मे स्थित दरगाह-ए-सिकंदर शाह बाबा का 41वां उर्स पूरे शानो-शौकत और रूहानी कैफियत के साथ मनाया जा रहा है। बाबा की दरगाह पर अकीदतमंदों का हुजूम उमड़ा हुआ है, जहां फूलों की चादरें पेश कर और शिन्नी चढ़ाकर मन्नतें मांगी जा रही हैं। कहा जाता है कि बाबा की दरगाह पर मांगी गई दुआ कबूल होकर लोगों की तकदीर बदल देती है।रात तक दूर-दराज से आए अकीदतमंदों का हुजूम दरगाह में पहुंचा। जायरीनों ने दरगाह पर चादर चढ़ाकर मन्नतें मांगी, फूलों की चादर पेश कर फातिहा पढ़ी और नेकियां हासिल कीं।मगरिब की नमाज के बाद अकीदतमंदों को लंगर खिलाया गया। रात को इशा की नमाज के बाद महफिल-ए-समा का आयोजन हुआ, जिसमें क्षेत्रीय और बाहर से आई कव्वाल पार्टियों ने सूफियाना कलाम पेश किए।जायरीनों से गुलजार दरगाह दिखी,दरगाह रोड पर लगी दुकानों से जायरीनों ने जमकर खरीदारी की,

दरगाह पर उर्स के मौके पर सजाया गया मेला अपनी बहार दिखा रहा है। झूले, तरह-तरह की दुकानों, और हलवे-पराठे के स्वाद ने हर उम्र के लोगों का दिल जीत लिया।अकीदतमंद पूरे जोशो-खरोश के साथ बाबा की दरगाह पर अपनी मन्नतें लेकर पहुंचे और दुआओं में डूबे नजर आए।

  मुख्यअतिथि नैनीताल-उधम सिंह नगर लोकसभा सह प्रभारी मोदी मित्र अली जान, समाजसेवी आरिफ खान और इमरान ने फीता काटकर  कव्वालियों का आगाज किया। इसके बाद शुरू हुई कव्वालियों की महफिल ने हर दिल को महका दिया।

देश के नामचीन कव्वालों ने अपनी पुरकशिश आवाजों से समां बांध दिया। ‘तेरी रहमत का दरिया’, ‘मोहम्मद के शहर’, और ‘तेरा जलवा सब पे भारी’ जैसे कलाम ने मौजूद अकीदतमंदों को झूमने पर मजबूर कर दिया। हर तरफ अकीदत का माहौल छा गया।सिकंदर शाह बाबा की दरगाह पर हर साल दूर-दराज से लोग अपनी मुराद लेकर आते हैं। कहा जाता है कि जो भी सच्चे दिल से यहां दुआ करता है, उसकी हर ख्वाहिश पूरी होती है। जिनकी मन्नतें कबूल हो चुकी हैं, वे बाबा के दर पर चादर और शिन्नी चढ़ाकर शुक्रिया अदा करते हैं।सिकंदर शाह बाबा की दरगाह भाईचारे और रूहानी ताकत का मरकज भी है। यहां हर मज़हब और मसलक के लोग आते हैं और बाबा की दुआओं से फ़ैज़याब होते हैं,

नैनीताल-उधम सिंह नगर लोकसभा सह प्रभारी मोदी मित्र अली जान ने कहा,“सिकंदर शाह बाबा का उर्स सिर्फ एक मज़हबी तजरीब नहीं, बल्कि ये इत्तेहाद-ओ-अमन का पैग़ाम है। बाबा की रहमत से हर कोई अपने गम और परेशानियों का हल पाता है।”

 कव्वालियों और मेले की रौनक ने इस आयोजन को यादगार बना दिया है। बाबा की दरगाह पर दुआओं के साथ हर चेहरा रोशन और हर दिल पुरसुकून नजर आया

इस मौके पर सदर बब्बू खान,असलम सलमानी,नईम,सन्नी प्रधान खान,इन्तेजार,नासिर,अब्बास आदि मौजूद थे