
हाल ही में काशीपुर शहर में साइबर फ्रॉड के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ठगों ने अनजान फ़ोन कॉल्स के माध्यम से लोगों को डराने-धमकाने और धोखा देने के नए तरीके अपनाए हैं। इस रिपोर्ट में हम आपको बताएंगे कि कैसे आप इन ठगों से बच सकते हैं।
ठगी के नए तरीके
गिरफ्तारी के झूठे दावे: काशीपुर में कई लोगों को फ़ोन कॉल्स के जरिए यह बताया गया कि उनका बच्चा गिरफ्तार हो चुका है। ठगों ने माता-पिता से कहा कि उन्हें तुरंत पैसे भेजने की जरूरत है, वरना उनके बच्चे को गंभीर दंड का सामना करना पड़ेगा।
किडनैपिंग का फर्जी दावा: ठगों ने कई परिवारों को फ़ोन किया और कहा कि उनके बच्चे को किडनैप कर लिया गया है। इस प्रकार की धमकी देकर वे पैसे मांगते हैं, जिससे लोग घबरा जाते हैं और तुरंत पैसे भेजने के लिए तैयार हो जाते हैं।
झूठे रेप और अपराध के आरोप: कुछ ठग यह भी कहते हैं कि आपके बच्चे का नाम किसी गंभीर अपराध में लिया गया है। इसके बाद, वे माता-पिता से पैसे मांगते हैं ताकि वे इस “संकट” से निकल सकें।
कैसे बचें ठगी से?
सतर्क रहें: अनजान कॉल्स या संदेशों पर तुरंत विश्वास न करें। किसी भी तरह की सूचना मिलने पर पहले सत्यापित करें।
व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें: किसी भी अनजान व्यक्ति के साथ अपनी व्यक्तिगत जानकारी जैसे बैंक खाता विवरण, आधार संख्या, या अन्य संवेदनशील जानकारी साझा न करें।
पुलिस से संपर्क करें: यदि आपको किसी संदिग्ध कॉल का सामना करना पड़ता है या आप ठगी का शिकार हो जाते हैं, तो तुरंत स्थानीय पुलिस से संपर्क करें।
परिवार को जागरूक करें: अपने परिवार और दोस्तों को इन ठगी के तरीकों के बारे में बताएं ताकि वे भी सतर्क रहें। यह जानकारी साझा करने से अधिक से अधिक लोग सुरक्षित रह सकेंगे।
काशीपुर में साइबर फ्रॉड के मामलों में तेजी आ रही है। इन ठगों से बचने के लिए जागरूकता और सतर्कता आवश्यक है। इस रिपोर्ट को अपने परिवार और दोस्तों के साथ साझा करें, ताकि वे भी साइबर ठगी से बच सकें। अपनी सुरक्षा का ध्यान रखें और किसी भी परिस्थिति में सतर्क रहें।
More Stories
ठग विकास गुप्ता का खेल हो गया फेल
दरगाह कलियर में इंद्रेश कुमार के लिए दुआ, मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के पदाधिकारी ने चढ़ाई चादर!”
नगर निगम पार्षद के भाई की शाही शादी: वलीमा में दिखी रौनक, शहर के गणमान्य हुए शामिल