
आरिफ खान की रिपोर्ट
जिला आबकारी अधिकारी अशोक कुमार मिश्रा को विजिलेंस की टीम ने 70 हजार रुपये की घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया है। वह बकाया अधिभार की आड़ में किसी ठेकेदार से रिश्वत की मांग कर रहे थे। कहा जा रहा था कि इसके बिना शराब के उठान का परमिट जारी नहीं किया जाएगा। ठेकेदार की शिकायत पर विजिलेंस ने जाल बिछाया और जिला आबकारी अधिकारी को दबोच लिया।
विजिलेंस के मुताबिक अधिभार जमा कराने में रियायत देने और शराब के उठान की मंजूरी देने के एवज में ऊधमसिंहनगर के जिला आबकारी अधिकारी अशोक कुमार मिश्रा रिश्वत की मांग कर रहे थे। इसके बिना ठेकेदार को मंजूरी न देने की बात समाने आ रही थी। ठेकेदार को घूस देना मंजूर नहीं था। लिहाजा, विजिलेंस में शिकायत दर्ज कराई गई। विजिलेंस के हल्द्वानी सेक्टर ने प्रारंभिक जांच के बाद शिकायत को सही पाते हुए ट्रैप टीम गठित की। मंगलवार दोपहर बाद जिला आबकारी अधिकारी मिश्रा को घूस की रकम लेते गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बाद विजिलेंस की टीम ने मिश्रा के घर पर भी छापेमारी शुरू की है। जिसमें उनकी संपत्ति के दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं।
विजिलेंस की इस कार्रवाई से आबकारी विभाग में हड़कंप की स्थिति है। अन्य विभागों के घूसखोर अधिकारी और कर्मचारी भी सहमे हुए हैं। बताया जा रहा है कि विजिलेंस की लिस्ट में अभी कई ऐसे नाम और हैं, जिन पर आने वाले दिनों में एक्शन होगा। इस तरह की कार्रवाई से संदेश मिलता है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भ्रष्टाचार की शिकायतों पर कड़ा रुख अपना रहे हैं

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