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काशीपुर।(आरिफ खान की रिपोर्ट)वह कहते हैं ना….जब अपनों में ही गद्दार हो तो दुश्मनों की क्या जरूरत।कांग्रेस प्रत्याशी जिन संगठन के पदाधिकारी कार्यकर्ताओं पर भरोसा कर अपनी चुनावी नैया पार करने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं कांग्रेस के अंदरूनी दुश्मन प्रत्याशी को हराने के लिए तैयार बैठे हैं जनपद उधम सिंह नगर के काशीपुर का संगठन के जितने भी पदाधिकारी कार्यकर्ता है सिर्फ और सिर्फ नाम के लिए कांग्रेस में जुड़े हैं।
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कांग्रेस को कांग्रेसी नुकसान पहुंचाने में जुटे
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एक नहीं दो नहीं तीन नहीं ऐसे कई मामले सामने आए हैं जिसमें कांग्रेस को कांग्रेसी नुकसान पहुंचाने में जुटे हैं लेकिन हाईकमान इन सब बातों का अंदाजा होने के बाद भी ऐसे संगठन के पदाधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करने से चूक रहा है और ना जाने कौन से शुभ मुहूर्त का इंतजार कर रहा हैं पार्टी के आस्तीनों के सांपों पर हाई कमान कब कार्रवाई करेगा, मुस्लिम वोटो के सहारे आस लगाए बैठी काँग्रेस,,,खैरात मे वोट मिलेगे, ऐसे दगाबाजों पर पर कार्रवाई कब?ऐसे जनता के सवाल उठ रहे हैं
ये मामला काशीपुर के बूथ एजेंटो की कमी,वस्तो के विवाद को लेकर जुड़ा है,,
लोकसभा चुनाव में मात्र 24 घंटे का समय रह गया है, लेकिन काशीपुर कांग्रेस के कार्यकर्ता केवल कागजी कार्यवाही तक सिमट कर एक दूसरे में उलझे पड़े हैं। लगभग 200 बूथ पर वस्ता वितरण में भी अनियमिताएं जिस तरह से सामने आ रही है, उससे साफ जाहिर होता है कि कांग्रेस के सांसद प्रत्याशी प्रकाश जोशी के लिए आने वाला समय मुश्किल में होगा। अंदरुनी विश्वास सूत्रो की माने तो सांसद प्रत्याशी की ओर से प्रत्येक वस्ते में ₹3000 की धनराशि उपलब्ध करवाई जा रही है, जबकि स्थानीय कांग्रेस के मठाधीश कार्यकर्ताओं को केवल ₹2000 देकर इति श्री कर रहे हैं और खाने के एक पैकेट की कीमत को ₹1000 बता कर प्रकाश जोशी को ठेगा दिखा रहे हैं, हद तो तब हो गई जब विगत दिन एक ही वार्ड के एक पार्षद और नेता वस्तों को लेकर कांग्रेस कार्यालय में आपस में भिड़ गए, बमुश्किल बीच बचाव कर किसी तरह मामलों को शांत किया जा सका।
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दूसरी तरफ विपक्षी भारतीय जनता पार्टी इस कार्य को लगभग छह माह पहले से कर चुकी है। जबकी वस्तों वितरण को कांग्रेस चुनाव से 1 दिन पूर्व करने की जुगाड़ में है। बूथ एजेंट की कमी, वस्ते पकड़ने वालों की कमी काशीपुर कांग्रेस के संगठन की पोल खोल रही है। ऐसे में यह कहना मुश्किल है की काशीपुर विधानसभा से कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी प्रकाश जोशी की नैया को कांग्रेस के नेता ही डुबाने में लगे हैं। चंद कार्यकर्ता अपने छूट भैय्या नेताओं को इस चुनाव में मेयर और विधायक का ख्वाब दिखाकर अपनी राजनीतिक रोटी सेक रहे हैं, जबकि इस चुनाव में काशीपुर विधानसभा में कांग्रेस अपना अस्तित्व बचाने की लड़ाई लड़ रही है। क्योंकि अगर इस बार काशीपुर से हार हुई तो कांग्रेस अपना कभी वजूद नहीं बना सकेगी और आने वाले मेयर और विधानसभा के चुनाव में भी इसका नुकसान पार्टी होगा
काशीपुर विधानसभा से सिर्फ खैरात मे मिलेगे वोट
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कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी को जितने भी काशीपुर विधानसभा से वोट मिलेंगे वह सिर्फ खैरात मे मिले वोट होंगे क्योंकि ना तो किसी पद अधिकारी कार्यकर्ताओं ने प्रत्याशी को शिद्दत से चुनाव लड़ाया है, ना ही प्रत्याशी के लिए वोटो की अपील की है,और ना ही धरातल पर कोई मजबूत कार्य किया है
और हमारी बातों का जीता जागता सबूत है बूथ एजेंटो की कमी और वस्तो को लेकर कांग्रेस के हुए आपसी विवाद ने साफ जाहिर कर दिया काशीपुर की कांग्रेस किस तरीके से मजबूत होती हुई दिखाई दे रही है।
अब आने वाला समय ही बतायेगा क्या हाईकमान कोई निर्णय लेता है या नही, जो सच्चाई थी वह हमने जनता के सामने लाकर रख दी पत्रकारिता का धर्म है कि जनता के सामने सच लाकर रखें ना की चाटुकारिता करें
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