November 23, 2024

Uttarakhand Ki Sachchai

A News Portal

Lok Sabha Election 2024: अल्पसंख्यक वोट बैंक के सहारे खाता खोलने की जुगत में कांग्रेस

Lok Sabha Election 2024:(आरिफ खान की रिपोर्ट) कांग्रेस 18वीं लोकसभा के लिए हो रहे चुनाव में ऊधम सिंह नगर में जीत की सर्वाधिक उम्मीद बांधे है। पार्टी की उम्मीद का प्रमुख कारण मुस्लिम मतदाता भी हैं।
क्षेत्र में मुस्लिम मतदाताओं की अच्छी-खासी संख्या देखते हुए इन्हें रिझाने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। पार्टी ने इस बार न्याय पत्र के रूप में जारी किए अपने घोषणापत्र में संविधान में अल्पसंख्यकों को मिलने वाले अधिकारों की सुरक्षा की गारंटी दी है तो सस्ते ऋण, विदेश में अध्ययन के लिए छात्रवृत्ति समेत कई तरह के लुभावने वायदे भी किए हैं।

अल्पसंख्यक समुदायों की भागीदारी 16 प्रतिशत से अधिक

प्रदेश की कुल जनसंख्या में अल्पसंख्यक समुदायों की भागीदारी 16 प्रतिशत से अधिक है। इसमें मुस्लिम जनसंख्या 14 प्रतिशत है, जबकि अन्य अल्पसंख्यक समुदायों में सिख 2.34 प्रतिशत और ईसाई एक प्रतिशत से कम हैं। उत्तराखंड राज्य बनने के बाद मुस्लिम आबादी अपेक्षाकृत तेजी से बढ़ी है।,मुस्लिम मतदाताओं की लोकसभा चुनाव में बड़ी भूमिका देखते हुए कांग्रेस को अपने अच्छे प्रदर्शन की संभावनाएं लग रही हैं।नैनीताल-ऊधम सिंह नगर में सामाजिक समीकरण के बूते उसे खाता खुलने की उम्मीद है।

पिछले दो लोकसभा चुनाव में उत्तराखंड की पांच में से एक भी सीट कांग्रेस को नहीं मिल

पिछले दो लोकसभा चुनाव में उत्तराखंड की पांच में से एक भी सीट कांग्रेस को नहीं मिल पाई। प्रदेश में अन्य विपक्षी दलों की तुलना में कांग्रेस की स्थिति मजबूत है। पार्टी के पास बड़ा जनाधार भी है। भाजपा ने जिस प्रकार हिंदू मतों पर अपनी बढ़त बनाई, उसे देखते हुए कांग्रेस को उम्मीद है कि मतों के ध्रुवीकरण की स्थिति में मुस्लिम मतदाताओं का समर्थन उसे मिलेगा। वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में ऐसा देखने को मिल भी चुका है।

मुस्लिम बहुल क्षेत्रों से आस


मुस्लिम मतदाता निर्णायक भूमिका में माने जाते हैं। इसी प्रकार नैनीताल-ऊधम सिंह नगर संसदीय क्षेत्र की विधानसभा सीटों किच्छा, रुद्रपुर, जसपुर, काशीपुर, सितारगंज में मुस्लिम समुदाय की बड़ी आबादी है।

कांग्रेस के घोषणापत्र में अल्पसंख्यकों के लिए लुभावने वायदे

कांग्रेस को लोकसभा चुनाव के लिए जारी किए गए घोषणापत्र से अधिक उम्मीद है। घोषणापत्र में अल्पसंख्यकों को केंद्र में रखकर कई घोषणाएं की गई हैं। अल्पसंख्यक वर्ग के छात्रों और युवाओं को शिक्षा, रोजगार, व्यवसाय, सेवाओं, खेल, कला और अन्य क्षेत्रों में बढ़ते अवसरों का पूरी तरह से लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहन और सहायता का वायदा किया गया है। विदेश में अध्ययन के लिए मौलाना आजाद छात्रवृत्ति को फिर से लागू करने, छात्रवृत्ति की संख्या बढ़ाने, आर्थिक सशक्तीकरण के लिए आसान ऋण देने की नीति बनाने का वायदा भी किया गया है। पार्टी ने घोषणापत्र में अल्पसंख्यकों को संविधान में प्रदत्त अधिकारों की सुरक्षा पर जोर दिया है।