November 23, 2024

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किसान नेताओं ने दिया यशपाल आर्य को समर्थन

आरिफ खान की रिपोर्ट

बाजपुर विधानसभा सीट के लिए सुनीता टम्टा बाजवा के आम आदमी पार्टी से चुनाव मैदान में उतरने से इस सीट पर चुनाव रोचक हो चला है, जिसके चलते पूर्व कैबिनेट मंत्री और भाजपा छोड़कर कॉंग्रेस में वापसी करने वाले यशपाल आर्य की राह कठिन हो चली है। यशपाल आर्य को चुनाव में जीत हासिल करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ रहा है। इसी के तहत आज रामनगर रोड स्थित प्रतापपुर गांव में पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य नुक्कड़ सभा के माध्यम से लोगों से अपने पक्ष में तथा कांग्रेस पार्टी के पक्ष में मतदान करने की अपील की।

पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य ने आज बाजपुर विधानसभा क्षेत्र के कुंडेश्वरी क्षेत्र के प्रतापपुर, जुड़का समेत अन्य क्षेत्रों में जनसंपर्क कर नुक्कड़ सभा की। इस दौरान उन्होंने आम जनता से कांग्रेस पार्टी की नीतियों से अवगत कराते हुए तथा उनके द्वारा क्षेत्र के विकास को देखते हुए मतदान करने की अपील की। उन्होंने कहा कि उनके ऊपर जानलेवा हमला कर उन्हें कमजोर करने की कोशिश की गयी। इस दौरान मीडिया से रूबरू होते हुए उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के कुशासन से मुक्ति पाने के लिए जनता आतुर है तथा जनता ने इस बार भाजपा को सत्ता से बेदखल करने का तथा परिवर्तन का मन बना लिया है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2012 से लगातार बाजपुर की जनता ने उन्हें आशीर्वाद, सहयोग तथा समर्थन दिया है। उन्होंने कहा कि आज मैं जो भी कुछ हूं बाजपुर की जनता के आशीर्वाद से हूं। बाजपुर की जनता का उन पर भरोसा और विश्वास है और उन्होंने बाजपुर की जनता का विश्वास और भरोसा कायम रखा है इसी हक से वह आज एक बार फिर जनता के बीच में हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में प्रदेश की भाजपा सरकार की स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से चरमरा गई थीं। ऐसे समय में अपने क्षेत्र में उनके स्वयं के द्वारा लोगों को कोरोना महामारी से बचाने के लिए तथा अपने क्षेत्र की जनता को मौत के मुंह से बचाने के लिए बाजपुर में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक्सरे मशीन, अल्ट्रासाउंड मशीन आदि लगवाईं गयीं। 80 लाख की लागत से ऑक्सीजन प्लांट लगवाया, तो वही ऑक्सीजन पाइप लाइन के लिए लाखों की रकम दी गई। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में टीकाकरण के लिए आने वाले लोगों के लिए बैठने की समुचित व्यवस्था करवाई। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में प्रदेश की भाजपा सरकार स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर कर सकती थी जो कि वह नहीं कर पाई। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा इस संबंध में सरकार को अवगत कराया गया लेकिन भारतीय जनता पार्टी की सरकार में उनकी एक नहीं सुनी गई जिसका परिणाम यह हुआ कि उन्हें वापस कांग्रेस में आना पड़ा।