रुद्रपुर -लोहियाहेड डीजल पावर हाउस (डीपीएच) कंट्रोल रूम में स्थापित 11 केवी के ब्रेकर में शनिवार रात ब्लास्ट हो गया जिसके बाद शनिवार मध्य रात्रि से मेलाघाट चकरपुर व डीपीएच फीडर से जुड़े क्षेत्रों की बिजली गुल हो गई। करीब पांच हजार उपभोक्ता पूरी रात उमस भरी गर्मी में परेशान रहे। सूचना मिलते ही ऊर्जा निगम के अधिकारी रात में ही फाल्ट को ठीक करने में जुट गए।सूचना मिलते ही ऊर्जा निगम के अधिकारी रात में ही फाल्ट को ठीक करने में जुट गए। बरेली एवं सितारगंज टेस्ट लैब से टीमें बुलाई गई। रविवार को करीब 16 घंटे बाद विद्युत आपूर्ति बहाल हो पाई, जिसके बाद उपभोक्ताओं ने राहत की सांस ली।
सीमांत में बिजली का संकट लगातार बना हुआ है। कभी अघोषित कटौती तो कभी लाइनों में होने वाले फाल्टों से उपभोक्ता आए दिन परेशान रहते है। इस बीच शनिवार रात करीब दो बजे लोहियाहेड डीपीएच कंट्रोल रूम के ब्रेकर में अचानक ब्लास्ट हो गया। ब्लास्ट होते ही मेलाघाट, चकरपुर एवं डीपीएच फीडर से जुड़े क्षेत्रों की आपूर्ति पूरी तरह ठप हो गई।
ऊर्जा निगम के अवर अभियंता मोहन सिंह परगांई ने बताया कि रात करीब दो बजे सर्किट ब्रेकर में अचानक ब्लास्ट हो गया था। सूचना पर कर्मी फाल्ट ठीक करने में जुट गए, लेकिन फॉल्ट ठीक नहीं होने पर बरेली व सितारगंज टेस्ट लैब से स्पेशल टीमें बुलाई गईं, जो रात के साथ ही रविवार को पूरे दिन फॉल्ट को ठीक करने में जुटी रही।
उन्होंने बताया कि कर्मियों और टीमों की कड़ी मशक्कत के बाद रविवार शाम छह बजे विद्युत आपूर्ति बहाल कर दी गई। वहीं शनिवार मध्य रात्रि से बिजली गुल होने से उपभोक्ताओं को उमस भरी गर्मी में खासी परेशानी उठानी पड़ी, जबकि रविवार सुबह को लोगों के दैनिक कार्य प्रभावित रहे। बिजली से चलने वाले उपकरण भी शोपीस बनकर रह गए। इसके अलावा बिजली संचालित उद्योग धंधे भी पूरी तरह प्रभावित रहे।
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