UP Lucknow पुलिस अफसर (एडीजी/डीआईजी/एसपी/दरोगा) और विधायक बनकर ठगी करने वाले दो भाइयों को चिनहट पुलिस ने मंगलवार देर रात गिरफ्तार कर लिया। आरोपी नीली बत्ती व पुलिस लिखी एसयूवी से चलते थे।अर्दब में लेकर उगाही करते थे। करोड़ों की उगाही आरोपी अंजाम दे चुके हैं। धोखाधड़ी कर रकम हड़पने में चार साल पहले भी दोनों पर एक केस दर्ज हुआ था, जिसमें एनबीडब्लयू जारी था। अब एक और रिपोर्ट दर्ज की गई है। बुधवार को आरोपी कोर्ट में पेश किए गए, जहां से जेल भेजे गए।डीसीपी पूर्वी हृदेश कुमार ने बताया कि देर रात पौने एक बजे अहिमामऊ से शैलेंद्र कुमार और उसके भाई रविंद्र कुमार को गिरफ्तार किया गया। दोनों मूलरूप से सुलतानपुर जिले के चांदा थाना क्षेत्र के पसयीपुर गांव के रहने वाले हैं। वर्तमान में आशियाना के रजनीखंड में रह रहे थे। पुलिस ने खुलासा किया कि आरोपियों के पास से दो एसयूवी बरामद हुईं हैं। एक एसयूवी पर आगे-पीछे शीशे पर पुलिस का स्टीकर लगा था। ऊपर हूटर व नीली-लाल बत्ती लगी थी। दूसरी एसयूवी में भाजपा का झंडा, विधायक का स्टीकर व विधानसभा का पास लगा मिला। आरोपियों ने बताया कि अधिकतर वह पुलिस की गाड़ी से घूमते थे और अवैध वसूली करते थे। बिल्डर व कारोबारियों पर दबाव बनाकर उगाही करते थे। खुद को कभी एडीजी तो कभी डीआई, एसपी तो कभी दरोगा बताते थे।
ट्रांसफर-पोस्टिंग के नाम पर भी लेते थे ठेका
पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि आरोपी भाजपा का नेता बनकर कई लोगों से मिलते थे। कभी भी टोल प्लाजा पर पैसे नहीं भरते थे। कई से ट्रांसफर पोस्टिंग के नाम पर भी ठगी कर चुके हैं। शासन व सरकार में गहरी पैठ बताकर विश्वास में लेते थे। पुलिस को आशंका है कि लखनऊ के अलावा भी कई जिलों में आरोपी इस तरह की ठगी को अंजाम दे चुके हैं।
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