November 23, 2024

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उधमसिंहनगर पुलिस ने काशीपुर क्षेत्र में हुए ब्लाइंड मर्डर केस का किया खुलासा

काशीपुर पुलिस ने बीती 15 मई को भावनगर रोड स्थित आपके पास में मिली सेवानिवृत्त वीडीओ की पत्नी के संदिग्ध परिस्थितियों में पेड़ से लटके मिले शव के मामले का खुलासा करते हुए हत्या में शामिल हत्यारोपी को गिरफ्तार करते हुए माननीय न्यायालय के समक्ष पेश कर दिया। हत्याकांड का खुलासा एसपी क्राइम ऊधम सिंह नगर चंद्रशेखर घोड़के ने एसपी कार्यालय में किया।पुलिस अधीक्षक क्राइम उधम सिंह नगर चंद्र शेखर घोड़के ने बताया कि काशीपुर में रामनगर रोड स्थित ग्राम लक्ष्मीपुर लच्छी निवासी सेवानिवृत्त बीडीओ चन्द्रिका यादव की पत्नी मुन्नी देवी 15 मई की सुबह 8 बजे अपने खेत में चारा काटने के लिए गई हुयी थी जब काफी देर हो जाने के बाद वह घर नहीं आयी। उन्होंने बताया कि परिजनों ने मुन्नी देवी को आसपास के क्षेत्र में तलाश किया परंतु उसका कहीं पता नहीं लग पाया जिसके बाद परिजन मुन्नी देवी को पास ही स्थित आम के बाग में ढूंढने गए तो वहां देखकर वह हैरान रह गए क्योंकि मुन्नी देवी का शव आम के पेड़ में साड़ी के फंदे में लटका हुआ था। जिसकी सूचना परिजनों ने पुलिस को दी सूचना पर पहुंची पुलिस ने मुन्नी देवी केशव को पेड़ से उतार के पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था पोस्टमार्टम रिपोर्ट और मौके का मुआयना करने पर ऐसा प्रतीत होता था कि जैसे मुन्नी देवी की किसी के द्वारा हत्या करके शव को पेड़ पर लटका दिया हो। कुछ ही दूरी पर मृतिका के हाथ की चूड़ियां टूटी हुई पड़ी हुई थी तथा घास काटने की दाती भी वही पड़ी थी तथा आसपास में खून की छींटे भी पड़ी हुई दिखाई दे रही थी।

घटना के संबंध में कोतवाली में अभियोग पंजीकृत कर घटना के खुलासे को लेकर जिले के एसएसपी डॉ. मंजुनाथ टिसि द्वारा पुलिस अधीक्षक अपराध उधमसिंहनगर चन्द्रशेखर घोड़के, एसपी काशीपुर अभय सिंह और सीओ काशीपुर सुश्री वन्दना वर्मा के पर्यवेक्षण में पुलिस की पांच अलग अलग टीमों का गठन किया गया 5 टीमों ने अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग लोगों से मुन्नी देवी की हत्या से संबंधित जांच करनी प्रारंभ की जांच के दौरान उपनिरीक्षक उपनिरीक्षक कपिल कम्बोज की टीम के द्वारा ज्ञात हुआ कि घटना स्थल के पास खेत में एक 21 वर्ष के लड़के के द्वारा एक महिला को घास की गट्ठरी उठाने में मदद करने की जानकारी मिली। उन्होंने बताया कि उस महिला से संदिग्ध व्यक्ति का हुलिया एंव कपड़ों का रंग पूछकर आने-जाने वाले रास्तों की सीसीटीवी कैमरे चैक किये CCTV में संदिग्ध व्यक्ति दिखाई दिया जिसकी फोटो निकाल कर क्षेत्र में लोगो को दिखाई गयी तो उसकी पहचान मनोज कुमार उर्फ विनोद के रूप में हुई। उन्होंने बताया कि इस दौरान पुलिस ने सतर्कता दिखाते हुए संदिग्ध मनोज कुमार उर्फ विनोद को पकड़ लिया। हत्या से संबंधित जॉब मनोज कुमार से पूछताछ की गई तो कुछ अलग ही बात सामने आई जो हैरान कर देने वाली थी। मनोज कुमार के बांये हाथ की बीच की अंगुली किसी धार धार हथियार से कटी हुई थी। इससे पुलिस का शक मनोज कुमार पाल और गहरा गया उससे सख्ती से पूछताछ की गयी तो उसने अपना जुर्म कुबूल करते हुए हत्या की सारी वारदात एक-एक कर पुलिस को बता डाली।

मनोज कुमार महिला को बनाना चाहता था अपनी हवस का शिकार, महिला के विरोध करने पर महिला को उतारा मौत के घाट
मनोज ने जो बताया वह सुनकर हर कोई सन्न रह गया क्योंकि वह महिला की हत्या करना नहीं चाहता था वह तो महिला को अपनी हवस का शिकार बनाना चाहता था परंतु महिला के द्वारा विरोध किए जाने से मनोज कुमार अपने आप को रोक नहीं पाया और उसने महिला को मौत के घाट उतार दिया।

पुलिस की पूछताछ में मनोज कुमार उर्फ विनोद ने बताया कि वह धनौरी गांव का रहने वाला है उसके पिता की मौत के बाद वह ग्रेड मिशन स्कूल हिम्मतपुर रामनगर की स्कूल बस में हैल्परी की नौकरी करता है। और धनौरी प्रतापपुर में अपने भाई के साथ रहता है। घटना के दिन वह स्कूल के बच्चों को स्कूल छोड़ने के बाद घर पर खाना खाकर अमरूद के बगीचे में गया। वहाँ पर ट्यूबबेल में पानी पीकर गन्ने के खेत की तरफ जा रहा था तभी उसे गन्ने के खेत में मुन्नी देवी मिली, जिन्हें वह बचपन से जानता था। उसने मुन्नी देवी से कहा कि वह खेत से वासना काटे खेत में दवाई लगी हुई है। आम के बगीचे में घास काट लो। मृतका मुन्नी ने उसकी बात पर विश्वास करके वह आम के बगीचे में चली गई। उसने बताया कि इस दौरान क्या रस से भरी बीड़ी पीकर मैं भी मुन्नी देवी के पीछे बाद में चला गया उसने बताया कि उस पर वासना का भूत सवार था वह मुन्नी देवी के साथ शारीरिक संबंध बनाना चाहता था जिसके लिए उसने मुन्नी देवी से जबरदस्ती संबंध बनाने का प्रयास किया जिसके विरोध में मुन्नी देवी ने मनोज कुमार को थप्पड़ मार दिया और उसे धमकी दी कि वह उसके खिलाफ कानूनी कार्यवाही करवाते हुए जेल करवाएगी। इस दौरान जोर जबरदस्ती करने पर मुन्नी देवी ने उसके हाथ में डराती से वार किया जिससे मनोज कुमार ने कराते को बाएं हाथ से पकड़ लिया जिससे मनोज के बाएं हाथ की बीच की उंगली कट गई। इस दौरान मनोज के द्वारा जोर-जबर्दस्ती करने से मुन्नी देवी घबराकर जोर-जोर से चिल्लाते हुए हाथ छुड़ाने की कोशिश करने लगी। उसने बताया कि घबराहट में उसके द्वारा मुन्नी देवी का मुंह बंद करके उसका गला दबाकर धक्का-मुक्की करते हुए 10-15 कदम चलते हुए आम के बाग के पास पहुंच गया और मैंने नितिका की तरह ही छीन कर दरांती के मुंह से मुन्नी देवी के मुंह पर जोर जोर से मारा और गला कोटा जिससे मुन्नी देवी हल्की बेहोश हो गई। उसने बताया कि बेहोशी का फायदा उठाते हुए मैंने उनकी पल्ली में बंधी रस्सी से मुन्नी देवी का गला घोट कर मौत के घाट उतार दिया। उसने बताया कि मुन्नी देवी के मर जाने के बाद वह काफी घबरा गया था जिसके चलते उसने जल्दबाजी में मुन्नी देवी की साड़ी को आम के पेड़ इन नीचे से ऊपर वाली पहली में लपेटकर दोबारा गांठ लगा दी और फिर चुपचाप बाग से बाहर निकल आया।

पुलिस ने मनोज कुमार सिंह पुत्र जीत सिंह के पास से हत्या में प्रयुक्त दराती, मृतका की साड़ी साडी मृतका, पल्ली सहित रस्सी बरामद कर आरोपी को माननीय न्यायालय में पेश किया है।
पुलिस टीम में कोतवाली प्रभारी निरीक्षक मनोज रतूड़ी, वरिष्ठ उपनिरीक्षक प्रदीप मिश्रा, उप निरीक्षक विनोद जोशी, कपिल कम्बोज, संतोष देवरानी, देवेन्द्र सिंह सामन्त, अशोक काण्डपाल, मनोज जोशी, दीपक जोशी, नवीन बुधानी, कंचन पड़लिया, सुप्रिया नेगी, कॉन्स्टेबल दीपक जोशी, हेमचन्द्र, धीरज, मुकेश कुमार, प्रेम सिंह कनवाल, सुरेन्द्र सिंह, गजेन्द्र गिरी, नरेन्द्र बोरा कुलदीप सिंह, वन्दना के अलावा एसओजी टीम के प्रभारी भुवन चन्द्र जोशी, हेड कॉन्स्टेबल विनय कुमार, कॉन्स्टेबल कैलाश तोमक्याल, दीपक कठैत और प्रदीप कुमार शामिल रहे